कभी ख़याल में भी हमारा ख़याल ना आए
ऐसी क्या खता की है हमनें कि
कभी आप के लब पर हमारा नाम ना आए
कोई आए कोई जाए मगर कोई एसा
पल तो आए कि आप मिलने आएँगे
एसा पैगाम तो आए
ऐसी क्या खता की है हमनें कि
कभी आप के लब पर हमारा नाम ना आए
कोई आए कोई जाए मगर कोई एसा
पल तो आए कि आप मिलने आएँगे
एसा पैगाम तो आए
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